जगवे वारो हो मतदाता, बालिगन खों जगाता, डरवावे खों मत उन सबके, भले संग ले जाता। जगवे वारो हो मतदाता, बालिगन खों जगाता, डरवावे खों मत उन सबके, भले संग ले जाता...
करके तांडव नृत्य, प्रलय जग की शिव करते। विपदाएँ भव-ताप, भक्त जन का भी हरते। करके तांडव नृत्य, प्रलय जग की शिव करते। विपदाएँ भव-ताप, भक्त जन का भी हरते।
सज "नरानया" गण जब जाते। 'सुमति' छंद की लय बिखराते।। सज "नरानया" गण जब जाते। 'सुमति' छंद की लय बिखराते।।
ये घनाक्षरी समान छंद है प्रवाहमान। राचिये इसे सभी पियूष-धार चाखिये।। ये घनाक्षरी समान छंद है प्रवाहमान। राचिये इसे सभी पियूष-धार चाखिये।।
ए. सी. घर में रहने वाले भी सड़कोंं पर आ गयेआसमान में उड़ने वाले भी कंकर से ठोकर खा गयेफिर कहते हो त... ए. सी. घर में रहने वाले भी सड़कोंं पर आ गयेआसमान में उड़ने वाले भी कंकर से ठोकर...
व्यापारी सहता बाजार की मार पैसे गिनता बस उसी में है सार फिक्र वक्त की यहां करता कौन है व्यापारी सहता बाजार की मार पैसे गिनता बस उसी में है सार फिक्र वक्त की यहां...